जनता से छल, अब चुनावी समय पर GST दरों में कमी! ….. रवि दुग्गा।

*जनता से छल, अब चुनावी समय पर GST दरों में कमी! … रवि दुग्गा*
जब 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश पर GST थोप दिया था, तब ही कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट कहा था कि यह व्यवस्था जल्दबाज़ी में और व्यापारियों, उपभोक्ताओं पर बोझ डालकर लागू की गई है। उस समय जनता पर अतिरिक्त कर का बोझ डाल दिया गया, जिससे छोटे दुकानदार, व्यापारी, किसान और आम उपभोक्ता सभी परेशान हुए।
आज जब चुनावी माहौल है, तब अचानक भाजपा सरकार ने GST दरों में कमी का ऐलान कर दिया है और इसे जनता के हित में बताने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस पार्टी जनता से सवाल पूछती है:
यदि यह दरें कम की जा सकती थीं, तो पिछले 8 वर्षों तक जनता से अतिरिक्त वसूली क्यों की गई?
क्या भाजपा ने जनता को वर्षों तक महँगाई और कर के बोझ तले दबाकर रखा, और अब केवल राजनीतिक लाभ के लिए दरों में कमी की है?
आखिर क्यों जब-जब जनता सवाल पूछती है, तब-तब भाजपा सरकार राहत के नाम पर चुनावी तोहफ़ा बाँटने लगती है?
कांग्रेस का पक्ष:
कांग्रेस पार्टी मानती है कि कर प्रणाली सरल, पारदर्शी और आम जनता व व्यापारी वर्ग के अनुकूल होनी चाहिए। हमारी सोच हमेशा यही रही है कि जनता को सस्ती वस्तुएँ मिलें, व्यापार सुचारु रूप से चले और रोजगार के अवसर बढ़ें।
जनहित का प्रश्न:
भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि पहले जनता से लिया गया अतिरिक्त बोझ अब किस तरह लौटाया जाएगा। केवल दरों में कमी का ढोंग करके पिछले वर्षों की महँगाई और शोषण छिपाया नहीं जा सकता।
कांग्रेस पार्टी जनता के साथ खड़ी है और आगे भी कर व्यवस्था को सरल और न्यायसंगत बनाने के लिए संघर्षरत रहेगी।