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समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी अधर मे, आम आदमी पार्टी के शिव पोटाई ने जताया विरोध

*किसानों के साथ खुला अन्याय मक्का का समर्थन मूल्य कागजो में इसका आम आदमी पार्टी घोर विरोध करती है*

आप यूथ विंग शिव पोटाई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है किसानों को मजबूर हो कर व्यापारी यों के पास बेचना पड़ता है बस्तर अंचल के मेहनतकश किसान एक बार फिर बाजार की मनमानी और सरकार की उदासीनता के बीच पिस रहे है केंद्र सरकार द्वारा खरीफ विपणन सत्र 2025 -26 के लिए मक्का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP)2400रूपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है!किंतु बस्तर के अधिकांश किसानों को आज भी 1700 से 1800 रूपये प्रति क्विंटल फसल बेचनी पड़ रही है यह सिर्फ बाजार की लूट नही बल्कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की विपलता है!
आप यूथ विंग जिला अध्यक्ष शिव पोटाई कहना है कि बीजेपी की ट्रिपल इंजन की सरकार के पास किसानों की आय दोगुनी करने के बड़े-बड़े वादे तो हैं!लेकिन जमीनी सच्चाई या है कि किसानों की मेहनत का मूल्य लगातार घटता जा रहा है व्यापारिक खुलेआम समर्थन मूल्य से कम दर पर खरीद कर रहे हैं, इस पर प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह मौन है! ना मंडी बोर्ड सक्रिय है ना ही कृषि विभाग की कोई निगरानी उन्होंने कहा कि यह स्थिति इस बात को दर्शाता है कि व्यापारी और सरकारी अधिकारियों के बीच साठ गाठ हो चुकी है! एक तरफ किसानों को ऊंचे दाम पर खाद बीज और कीटनाशक बेचे जाते हैं और दूसरी और उन्हें की फसल होने पर कम दामों पर खरीदी जाती है या खुला आर्थिक शोषण है और अंतागढ़ विधानसभा छेत्र के किसानों के साथ अन्याय हो रहीं है!जब मुख्यमंत्री किसानों के पक्ष में बयान देते हैं तो क्या प्रशासन को या अधिकार नहीं कि वह समर्थन मूल्य सुनिश्चित कर अगर ₹2400 प्रति क्विंटल का मूल्य घोषित है तो फिर किसानों को इस कम दाम पर फसल बेचने की नौबत क्यों आ रही है?उन्होंने चेतवानी दी,कि यदि प्रशासन और शासन स्तर पर तत्काल कार्यवाही नहीं की गई, तो आम आदमी पार्टी किसानो के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे! हमारी मांग जायज है मक्का का समर्थन मूल्य पूरी तरह लागू किया जाए! निगरानी समिति घठित हो. और दोषी व्यापारियों पर कार्रवाई हो आप नेता करण उइके ने कहाँ किसान सिर्फ वोट बैंक नहीं, अन्नदाता है! जब तक उनकी मेहनत का मूल्य नहीं मिलेगा, तब तक समृद्धि भारत का सपना अधूरा रहेगा!

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